भदोही, मई 19 -- ज्ञानपुर, संवाददाता। प्राकृति ऋषि खेती कर किसान बेहतर मुनाफा कमा सकते हैं। प्राकृतिक खेती से आय बढ़ने के साथ ही अनाज उत्पादन भी बढ़ेगा। कृषि विज्ञान केंद्र बेजवां के हेड व वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. विश्वेंदु द्विवेदी ने बताया कि प्राकृतिक खेती हर स्तर से किसानों के लिए लाभदायक होता है। इस दौरान वरिष्ठ वैज्ञानिक ने बताया कि बीजामृत: यह प्रथम चरण होता है। इसमें बीज की बुआई से पूर्व देशी गाय के गोबर, गोमूत्र, चूना व बरगद के पेड़ के नीचे की मिट्टी से शोधन किया जाता है। जीवामृत: देशी गाय के गोबर, गोमूत्र, बेसन, गुड़ व बरगद पेड़ के नीचे की मिट्टी का मिश्रण तैयार किया जाता है। इसी तरह शेष प्रक्रियाओं को कर किसान प्राचीन ऋषि खेती कर कम लागत में अच्छा अन्न उत्पन्न कर सकते हैं। इस विधि से उत्पन्न होने वाला अनाज एकदम शुद्ध होता है। जिसका सेवन ...
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