नई दिल्ली, अक्टूबर 16 -- प्रशासन से जुड़ी कुछ ऐसी गंभीर शिकायतें सामने आई हैं, जिनसे पता चलता है कि प्रशासनिक अधिकारियों के बीच आंतरिक रूप से सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। हरियाणा के आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की कथित आत्महत्या और उसके बाद सहायक उप-निरीक्षक (एएसआई) संदीप लाठर की मौत ने न केवल हरियाणा, बल्कि देश भर में लोगों को सोचने के लिए मजबूर कर दिया है। देश के आला अधिकारी इस पर क्या सोचते हैं, यह तो स्पष्ट नहीं है, मगर लोगों को यह तो पता चल ही गया है कि उच्चाधिकारियों के बीच संवाद, समन्वय, परस्पर सम्मान का स्तर ऊंचा नहीं है। आईपीएस पूरन की कथित आत्महत्या का मामला जातिभेद से लेकर भ्रष्टाचार और अपराध की दुनिया तक से जुड़ता लग रहा है। इस मामले में रोज कोई नया पहलू जुड़ रहा है। स्वाभाविक ढंग से देखें, तो आत्महत्या करने वाले अधिकारी काफी व...