नई दिल्ली, नवम्बर 17 -- भारत में शिक्षा को लेकर जितनी गंभीरता दिखाई जाती है, उतना ही चिंताजनक है फर्जी विश्वविद्यालयों का फैलता जाल। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) हर वर्ष फर्जी विश्वविद्यालयों की सूची जारी करता है, ताकि छात्र उनसे दूर रहें, परंतु सालाना सूची जारी होने के बावजूद ये संस्थान खुलेआम संचालित हो रहे हैं। यह न केवल शिक्षा व्यवस्था की नाकामी है, बल्कि उन छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ भी है, जो अपने करियर के सपने लेकर इन संस्थानों में प्रवेश लेते हैं। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने देश के 22 संस्थानों को फर्जी बताया है, जो शिक्षण संस्थान के नाम पर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे थे। इनमें से 10 तो दिल्ली में ही हैं। यह विडंबना है कि देश की राजधानी में ऐसे संस्थान चल रहे थे और प्रशासन को पता नहीं चला। यह स्थि...