लखीसराय, मार्च 26 -- कजरा, ए.सं.। हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है। यह व्रत हर महीने के कृष्ण व शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी को रखा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु एवं माता पार्वती के पूजन का विधान है। आचार्य अशोक पांडे ने बताया कि प्रदोष व्रत करने से भगवान शिव की कृपा से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है। हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को गुरु प्रदोष व्रत रखा जाएगा। प्रदोष व्रत के दिन गुरुवार होने के कारण इसे गुरु प्रदोष व्रत कहा जाएगा। यह मार्च महीने का आखिरी या दूसरा प्रदोष व्रत है। 27 मार्च को प्रदोष व्रत रखा जाएगा।

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