हरिद्वार, मई 10 -- डॉ. वाग्मिता त्यागी ने कहा कि प्रत्येक बच्चा अपने माता-पिता का सपना होता है और इसी आशा से अभिभावक अपने बच्चे को शिक्षक को सौंपता है कि वह उन सपनों को साकार करने में उसका सहयोग करेंगे। डॉ. वाग्मिता शनिवार को डीपीएस रानीपुर में सीबीएसई सीओई देहरादून की ओर से मानसिक स्वाथ्य संवर्धन एवं कल्याण विषय पर आयोजित सेमिनार में बोल रही थी। उन्होंने कहा कि यह हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है कि बाल्यावस्था से ही बच्चे की मनोदशा उसके क्रियाकलापों पर नजर रखकर उसका मार्गदर्शन करें। उन्होंने कक्षा में बच्चों को मनोवैज्ञानिक रूप से बच्चों को सुदृढ़ बनाने और उनके मानसिक संवर्धन के लिए किए जाने वाले प्रयासों की जानकारी दी।

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