पाकुड़, फरवरी 15 -- पाकुड़िया। प्रखंड क्षेत्र में जेएसएलपीएस अंतर्गत चल रहे जोहार परियोजना के तहत लगभग 65 एकड़ जमीन में लेमनग्रास की खेती 400 प्रगतिशील किसानों ने खेती की है। इनमें प्रखंड के सभी 18 पंचायत के किसान शामिल है। लेकिन प्रखंड के 100 किलोमीटर के दायरे में कहीं भी लेमनग्रास का तेल निकालने वाला मशीन है ना ही आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक मशीन। जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। लेमनग्रास से तेल निकालने वाला मशीन नहीं होने के कारण बहुत सारे किसानों ने मजबूरी में अपना कीमती अनोखी फसल लेमनग्रास को खुद अपने हाथों से उखाड़ दिया या काट के फेंक दे रहे है। उसके बावजूद लगभग 40 एकड़ जमीन में लेमनग्रास की खेती किसानों के द्वारा इस उम्मीद में रखा गया है कि कभी न कभी तो लेमनग्रास का तेल निकालने वाला प्लांट क्षेत्र में लगेगा, जिसका फायदा किसानों...