वाराणसी, अगस्त 19 -- वाराणसी, मुख्य संवाददाता। पीलीकोठी स्थित ऐतिहासिक धनधानेश्वर कुंड जल्द अपने पुराने वैभव को प्राप्त करेगा। धनेसरा पोखरा के नाम से विख्यात इस कुंड का सुंदरीकरण नगर निगम की ओर से आरंभ कर दिया गया है। अतिक्रमण और अवैध कब्जे की गिरफ्त में लंबे समय से पड़े इस कुंड का संबंध काशी की प्राचीनतम रामलीला में शुमार श्रीआदि लाटभैरव की रामलीला से है। राम और भरत घंडइल पार की लीला इसी कुंड पर बीते पौने पांच सौ वर्षों से होती आ रही है। इस भूखंड के बड़े हिस्से का मालिकाना हक भी लीला कमेटी का है। तालाब के बड़े भूखंड पर कब्जा करके स्थाई रूप से भवनों का निर्माण करा लिया गया है। करीब पांच वर्ष पूर्व अदालत ने अवैध रूप से बनाए गए 19 भवनों को गिराने का आदेश दिया था। उक्त भवनों पर लाल निशान भी लगा दिए गए थे लेकिन बाद में नगर निगम प्रशासन मौन हो...