किशनगंज, अप्रैल 17 -- पोठिया, निज संवाददाता। किशनगंज जिला जो पाट उत्पादक के लिए सूबे में दूसरा सबसे बड़ा जिला कहा जाता था। किशनगंज जिले में पोठिया प्रखंड जूट की खेती के लिए प्रमुख माना जाता रहा है। लेकिन विभागीय उदासीनता के कारण पिछले 20 वर्षों के दौरान पोठिया प्रखंड क्षेत्र के किसान जूट की खेती से विमुख होते जा रहे हैं। आज प्रखंड के 22 पंचायतों में जूट की खेती करने वाले किसानों की संख्या नहीं के बराबर हो गयी है। जिसका मुख्य कारण किसानों को जूट के फसलों का उचित मूल्य नहीं मिलना है। किसानों का पाट को खेतों में सड़ाये जाने के लिए अनुदानित सड़नताल, बीज किसानों तक संबंधित विभाग द्वारा नहीं मुहैया कराया जाना आदि समस्याओं से किसान त्रस्त आकर जूट की खेती नहीं करने का मन बना लिये हैं। हालांकि प्रभारी प्रखंड कृषि पदाधकारी अनुज कुमार शर्मा बताते हैं क...