हल्द्वानी, अप्रैल 23 -- हल्द्वानी। बैंक ऑफ बड़ौदा ने पृथ्वी दिवस 2025 के मौके पर अपनी नई पर्यावरण, सामाजिक और गवर्नेस (ईएसजी) नीति की शुरुआत की। बैंक ने वर्ष 2057 तक नेट ज़ीरो उत्सर्जन हासिल करने का लक्ष्य रखा है। साथ ही, 2034 तक स्कोप 1 और 2 उत्सर्जन में 75% कमी लाने और 2029 तक ऊर्जा फायनांस का 50% नवीकरणीय ऊर्जा को देने की योजना है। बैंक के एमडी और सीईओ देबदत्त चांद ने इसे विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। नीति के तहत पर्यावरण प्रबंधन, सामाजिक कल्याण और बेहतर गवर्नेस को बढ़ावा देने के साथ-साथ ईएसजी जोखिम मूल्यांकन, ग्रीन फायनांस और कर्मचारियों के लिए ईएसजी प्रशिक्षण जैसे कदम शामिल हैं। उन्होंने बताया कि बैंक ने 'प्लांट अ ट्री कार्यक्रम के तहत 30,000 से अधिक वृक्ष लगाए हैं और बॉब अर्थ वेब स्पेस के जरिए अपनी पहल प्रदर्शित की है।...