अमरोहा, मार्च 16 -- अमरोहा। शहर के मोहल्ला कोट/बटवाल स्थित लाल मस्जिद में शुक्रवार रात 15 रोजा नमाज-ए-तरावीह में कुरान-ए-पाक मुकम्मल हुआ। हाफिज मोहम्मद औसाफ ने कलाम-ए-पाक सुनाया और हाफिज मोहम्मद आरिश ने सुना। मस्जिद के इमाम मौलाना अब्दुला तैय्यब ने दुआ से पहले तकरीर में कहा कि नबी-ए-करीम बड़ी दिलचस्पी से तरावीह पढ़ा करते थे। तरावीह की नमाज पूरे महीने पढ़ी जानी चाहिए। रमजान का चांद देखकर शुरू होनी चाहिए और ईद का चांद देखकर खत्म होनी चाहिए लेकिन लोग आज जल्दबाजी में नमाज अदा कर रहे हैं, जो बिल्कुल ठीक नहीं है। कुरान पाक के मुकम्मल होने के बाद भी तरावीह की नमाज पढ़ना चाहिए। दोनों के अलग-अलग सवाब हैं। पांच वक्त की नमाज का लोगों को पाबंद होना चाहिए। ईद की नमाज अदा करने के बाद मस्जिदों से लोग दूरी बना लेते हैं, जो खुदा को नापसंद है। खुदा की रजा ...