नई दिल्ली, दिसम्बर 24 -- साल 2014 से ही हर वर्ष 25 दिसंबर को सुशासन दिवस मनाया जाता है। यह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। आए हो निभाने को जब किरदार जमीं पर, कुछ ऐसा कर चलो कि जमाना मिसाल दे... मगर अफसोस, आज विरले ही लोग होंगे, जो देश और समाज के बारे में गंभीरता से सोचते होंगे? वाजपेयी जी की जयंती को सुशासन दिवस के रूप में मनाने की शुरुआत इसलिए की गई थी कि सरकार में आम जनता के प्रति जवाबदेही बढ़े, लेकिन असलियत में हमारे अधिकारी कितने जवाबदेह बने, यह कोई रहस्य नहीं है। आज भी लालफीताशाही हमारे देश की एक कड़वी सच्चाई है, जिसको खत्म करने के प्रयास नाकाफी साबित हुए हैं। ऐसा नहीं है कि सरकार प्रयास नहीं कर रही, लेकिन दिक्कत यह है कि वह कोशिश जमीन पर नहीं दिख रही। दरअसल, हमारा देश भ्रष्टाचार की दलदल ...
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