लखनऊ, अगस्त 12 -- लखनऊ, वरिष्ठ संवाददाता। पुस्तकों का कोई विकल्प नहीं है। इंटरनेट पुस्तकों की जगह नहीं ले सकता है। पुस्तकों का अलग ही महत्व है। लिहाजा किताबों से हमेशा दोस्ती रखों। किताबों को पढ़ने की आदत कभी नहीं छोड़नी चाहिए। यह बातें सूचना विज्ञान विभाग में पूर्व पुस्तकालय अध्यक्ष डॉ. आरके सिंह ने कही। वह मंगलवार को कैंसर संस्थान में राष्ट्रीय पुस्तकालय दिवस पर गोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। डॉ. आरके सिंह ने कहा कि पुस्तकालय एक विकासशील जीव है। जो पाठकों का समय बचाती है। निदेशक डॉ. एमएलबी भट्ट ने कहा कि संस्थान की लाइब्रेरी को विकसित किया जा रहा है। अभी तक अपटू डेट क्लीनिकल और माइलोक्ट जैसी ऑनलाइन सॉफ्टवेयर से ली गयी हैं। जिससे संस्थान के फैकल्टी एवं रेजिडेन्ट कभी भी विश्व-स्तरीय ज्ञान संसाधनों की जानकारी प्राप्त कर सकते है। संस्थान में ...
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