धनबाद, अप्रैल 14 -- धनबाद, वरीय संवाददाता बड़ा गुरुद्वारा में बड़े ही श्रद्धा भाव के साथ गुरमत समागम का आयोजन हुआ। गुरुद्वारा ग्राउंड में अमृतसर से पहुंचे रागी जत्था सरबजीत सिंह ने गुरबाणी सबद गायन कर संगत को निहाल किया। वाह वाह गोविंद सिंह आपे गुर चेला, गुरु सिमर मनाई कालका खंडे की वेला... , ऐसे गुरु को बल बल जाइए आप मुकत मौके तारै..., हर अमृतपान करो साध-संग मन तृप्ता से कीर्तन प्रभ रंग, सुरा सौ पहचानिए जो लड़े दिन के हेत, पुर्जा-पुर्जा कट मरे कबहूं ना छांडे खेत जैसे गायन से पूरा गुरुद्वारा कैंपस गुंजायमान हुआ। इसके बाद ढाढ़ी जत्था सतपाल सिंह ताज ने ढाढ़ी वारो के माध्यम से गायन कर खालसा पंथ का ऐतिहासिक वर्णन करते हुए बताया कि उस समय की जुल्मी हुकूमत जो मानवता को शर्मसार करते हुए कहर ढा रही थी, ऐसे में अन्याय उत्पीड़न और अत्याचारों से दीन...
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