नई दिल्ली, दिसम्बर 18 -- तलमीज अहमद,पूर्व राजनयिक तीन देशों (जॉर्डन, इथियोपिया और ओमान) की यात्रा पर जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 दिसंबर को निकल रहे थे, तब उन्होंने उम्मीद जताई थी कि इन देशों के साथ सभ्यतागत संबंधों के साथ-साथ व्यापक समकालीन द्विपक्षीय रिश्ते होने के कारण उनका दौरा सुखद रहेगा। कमोबेश ऐसा ही हुआ दिख रहा है। उनकी यह यात्रा उल्लेखनीय मानी जाएगी, क्योंकि पहली बार जॉर्डन और इथियोपिया को हमने इतना महत्व दिया है, जबकि ओमान के साथ अपने पुराने रिश्ते में नई जान फूंकने की गंभीर कोशिश की है। यह सही है कि अब किसी भी यात्रा की सफलता द्विपक्षीय समझौते या एमओयू से आंकी जाने लगी है, लेकिन मेरा मानना है कि समझौते तो महज पहली सीढ़ी होते हैं। रिश्तों की बुनियाद उन संधियों को अमल में लाने से मजबूत बनती है। ऐसी यात्राओं से प्रधानमंत्री रास...