नई दिल्ली, अक्टूबर 24 -- नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ई-कचरे का उत्पादक भारत अब पुराने उपकरणों में मौजूद दुर्लभ खनिजों यानी चुंबक को रीसाइकिल कर इलेक्ट्रिक वाहन और इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग के लिए इस्तेमाल करने की तैयारी में है। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने सिफारिश की है कि दुर्लभ खनिज चुंबकों की रीसाइकलिंग को उत्पाद से जुड़ी प्रोत्साहन योजना (पीएलआई) के तहत इंसेंटिव (प्रोत्साहन) दिया जाए। इससे देश में रीसाइकलिंग को बढ़ावा मिलेगा और रेयर अर्थ मैग्नेट की कमी को दूर करने में मदद मिलेगी। फिलहाल देश में दुर्लभ खनिज चुंबकों की कमी को दूर करने के लिए कई स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने अपनी सिफारिश खान मंत्रालय को भेजी है। उधर, भारी उद्योग मंत्रालय मौजूदा प...