आगरा, अगस्त 25 -- बाबा जाहरवीर गोगामेड़ी की जात करने और पूजा अर्चना दर्शन करने के लिए रफायतपुर और मिल्कनिया गांव के ग्रामीण श्रद्धालु पीले पीले कपड़े पहनकर गए थे, लेकिन गांवों में नौ लोगों के शव कफन में लाए गए। अधिकांश घायल श्रद्धालुओं के पहने पीले कपड़े हादसे में खून से सन गए। बुलंदशहर से एंबुलेंसों से गांव में शवों को लाया गया तो देखने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। भीड़ को हटाती हुई एंबुलेंस मृत लोगों के घरों पर पहुंची तो महिलाएं गिर गईं। गांव और रिश्तेदार महिलाएं उन्हें संभालने में जुटी थी। गांव के लोगों ने बताया कि अधिकतर श्रद्धालु बाबा के दर्शन करने या जात करने जाते हैं तो पीले रंग के कपड़े ही पहनकर जाते हैं, इनमें पुरुष, बच्चे और महिलाओं के कपड़े भी पीले ही रहते हैं। पीले रंग के कपड़े पहनकर जाने को पूजा में लोग शुभ मानते हैं। गांव के लोग न...