मऊ, मई 17 -- मऊ। सरकार लड़कियों की दिशा-दशा सुधारने के लिए पिछले कुछ वर्षों से सरकारी स्तर पर बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जैसे कई महत्वपूर्ण अभियान चला रही है। फिर भी बेटियां जन्म लेने से पहले कोख में मौत के घाट उतारी जा रही है। हाल यह है कि मऊ में बीते पांच सालों से लिंगानुपात बढ़ नहीं रहा है। वर्तमान समय में मऊ जनपद में 1000 लड़कों पर मात्र 979 लड़कियां हैं। इसमें ग्रामीण क्षेत्रों में 987 और शहरी क्षेत्र में कुल 951 महिलाएं, 1000 पुरुषों हैं। यहीं नहीं बच्चों के लिंगानुपात की स्थिति काफी बेहद चिंताजनक है। यह 1000 पर मात्र 926 है, यानि ग्रामीण क्षेत्रों के हालात काफी बिगड़े हुए हैं। जनपद में वित्तीय वर्ष 2018-19 में 1000 लड़कों पर 926 लड़कियां थी। वर्ष 2019-20 में 1000 बालकों पर 951 और वर्ष 2020-21 में यह आंकड़ा 1000 बालकों पर 979 लड़कियों तक पहुं...