गाजीपुर, सितम्बर 10 -- जमानियां, हिन्दुस्तान संवाद। नगर स्थित पक्का बलुआ घाट पर पितृपक्ष के दौरान पितरों की शांति और मोक्ष के लिए श्रद्धालुओं ने श्राद्ध, तर्पण व पिंडदान किया। श्रद्धालु विधिवत पितरों का तर्पण कर पुण्य अर्जित कर रहे हैं। ब्राह्मण पुजारी उद्धव पांडेय ने बताया कि भाद्रपद पूर्णिमा से लेकर आश्विन मास की अमावस्या तक का समय पितृपक्ष कहलाता है, जिसमें श्राद्ध कर्म विशेष महत्व रखता है। उन्होंने कहा कि श्राद्ध करते समय स्थान का चयन बहुत सोच-समझकर करना चाहिए। उन्होंने बताया कि देवस्थल, मंदिर परिसर, बंजर भूमि, कांटेदार स्थान, अशुद्ध या गंदे क्षेत्रों में श्राद्ध नहीं करना चाहिए। साथ ही किसी दूसरे की निजी भूमि पर श्राद्ध करना हो तो उसे उचित दक्षिणा अवश्य देनी चाहिए। ब्राह्मण शंभु नाथ पांडेय ने बताया कि तीर्थ माने जाने वाले श्मशानों को...