मऊ, मई 29 -- घोसी। वर्तमान समय में खरीफ सीजन की मुख्य फसल धान की रोपाई के लिए धान की नर्सरी डालने और खेतों की भराई का समय अपने अंतिम पड़ाव पर है। किसान इसकी तैयारी कर नहर में पानी की आपूर्ति चालू होने का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन सिंचाई विभाग अभी नहरों की सफाई में जुटा है। पानी के अभाव में धान की नर्सरी सूख रही है, जिससे किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। घोसी तहसील अंतर्गत बन अवध क्षेत्र धान उत्पादन में अग्रणी क्षेत्र माना जाता है। इसका प्रमुख कारण इस क्षेत्र में एशिया की सबसे बड़ी नहर मानी जाने वाली शारदा सहायक नहर खण्ड 32 है, जो यहां की खेती के लिए सबसे बड़ी संजीवनी साबित होती है। प्रदेश में सूखे की स्थिति के बावजूद इस क्षेत्र में धान के उत्पादन पर कोई खास असर देखने को नहीं मिलता था, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से यह नहर विभागीय उपेक्ष...