दरभंगा, जुलाई 13 -- दरभंगा। बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड का पाठ्यक्रम अब नये स्वरूप में जल्द ही विद्यालयों में उपलब्ध होगा। मध्यमा के पाठ्यक्रम में रामचरितमानस को शामिल किया गया है। नैतिक शिक्षा के लिए श्रीमदभागवद्गीता के कुछ अंश भी पाठ्यक्रम का हिस्सा होंगे। संस्कृत शिक्षा बोर्ड अंतर्गत प्रथम से दशम वर्ग तक के पाठ्यक्रम में संशोधऩ एवं संवर्धन का कार्य चल रहा है। बोर्ड के सचिव नीरज कुमार ने इसके लिए अध्यक्ष की अनुमति से छह सदस्यीय टीम का गठन 10 जुलाई को किया। कार्य को शीघ्र मूर्त रूप देने के लिए अरुण कुमार झा के संयोजन में सभी पाठ्यक्रम सदस्यों की बैठक 11 एवं 12 जुलाई को आयोजित की गई। इस समिति में कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय अंतर्गत रमेश्वर लता संस्कृत कॉलेज, दरभंगा के व्याकरण प्राध्यापक डॉ. राम सेवक झा को भी शामिल किया गया ह...
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