नई दिल्ली, जून 11 -- जी जी द्विवेदी, सेवानिवृत्त मेजर जनरल हिंदी में एक मुहावरा हैं, सिर ओखली में देना। पाकिस्तान की अभी वही दशा है। हाल ही में उसे ऑपरेशन सिंदूर में करारी मात मिली है। चीन, सऊदी अरब जैसे देशों के आगे हाथ फैलाने के अलावा अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से वह कर्ज मांग रहा है, ताकि पुराने कर्जे का ब्याज चुका सके। देश के कई हिस्सों में लोगों ने हुकूमत के खिलाफ बगावत कर रखी है। मगर अपने लोगों को सुकून की जिंदगी देने के बजाय वह हथियारों पर अपने पैसे खर्च करने में जुटा है। मंगलवार को पेश पाकिस्तान के बजट का काफी हद तक यही निहितार्थ है। इस बार के बजट में पाकिस्तान ने रक्षा मद में 20 फीसदी ज्यादा खर्च करने का एलान किया है। यानी, इस वित्तीय वर्ष में फौज पर उसका जो खर्च 7.45 अरब डॉलर था, उसे बढ़ाकर अब नौ अरब डॉलर कर दिया गया है। यह नई प्र...
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