कोडरमा, मई 10 -- कोडरमा। विश्व का परिदृश्य हाल के सालों में बदला है और भारत के प्रति वैश्विक दृष्टिकोण भी पहले वाला नहीं है, जब पार्लियामेंट पर हमले के बाद यूएन संयम रखने की सलाह देता था। आज दुनिया का एक- एक देश भारत के समर्थन में है। क्योंकि आतंकवाद की जो कीमत पिछले 40 साल में हमने चुकाई है, वह दरअसल पड़ोसी देश का छद्म-युद्ध था। उक्त बातें क्लोरोफिल स्कूल,झुमरीतिलैया के निदेशक सह शिक्षाविद अजय अग्रवाल ने भारत-पाक के बीच चल रहे भारी तनाव और हमले के बीच कहा है। उन्होंने कहा है कि पहलगाम के बाद अब और नहीं। बस बहुत हुआ के मानस के साथ भारतीय सेना को घोषित तौर पर खुली छूट देना हमारी जरूरत के अनुकूल भी है और यह हमारे नेतृत्व की परिपक्वता और दूरदर्शिता को भी दर्शाता है। पाकिस्तान के सामान्य नागरिकों की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए पहले सिर्फ आतंकवा...