संतकबीरनगर, जून 5 -- संतकबीरनगर, हिन्दुस्तान टीम। संतकबीरनगर जिले में प्लास्टिक का प्रयोग धड़ल्ले से हो रहा है। प्लास्टिक का कचरा पर्यावरण के लिए गंभीर खतरा बन गया है। प्लास्टिक अक्सर एकल-उपयोग के लिए बनाया जाता है। जैविक कचरा सड़कर मिट्टी में मिल जाता है वहीं प्लास्टिक उपयोग में आने के बाद कचरे के साथ पर्यावरण में लंबे समय तक बना रहता है। जिससे मिट्टी, पानी और वायु प्रदूषण होता है। इतना ही नहीं प्लास्टिक के प्रदूषण से लोगों को अब सांस की बीमारी हो रही है। शहर से हर दिन 10 टन से अधिक कचरा निकल रहा है। इसमें काफी मात्रा में प्लास्टिक कचरा शामिल रहता है। वैसे तो हर कोई प्रदूषण की समस्या को लेकर परेशान है। लेकिन लोग केवल कहते हैं कि बहुत अधिक प्रदूषण हो रहा है लेकिन यह प्रदूषण तभी नियंत्रित होगा जब सब लोग स्वयं जागरूक होंगे। सिंग्ल यूज प्लास...