लातेहार, अप्रैल 30 -- लातेहार संवाददाता। पर्यटन का स्वर्ग कहे जाने वाले लातेहार जिला में पर्यटन से लाखों रुपए की राजस्व वसूली हो रही है। इसके बावजूद पर्यटन को अंजाम देने वाले अस्थाई कर्मी को रोजाना खर्च के लाले पड़े हुए हैं। 5 माह से बकाया बच्चों का स्कूली फीस भी पर्यटनकर्मी नहीं चुका पा रहे हैं। अप्रैल माह होने के कारण उनके बच्चों का नामांकन भी प्रभावित हो रहा है। मालूम की जिले के पर्यटन स्थल नेतरहाट और लोध फॉल में कार्यरत कर्मीयों को 6 माह से वेतन नहीं मिला है। इसके बावजूद सभी कर्मी अपनी तनमन्यता के साथ काम कर रहे हैं। दोनों जगह पर दर्जनों लोग कार्यरत हैं । इनकी नियुक्ति पर्यटन विभाग रांची से हुई है। यह स्थानीय लोग हैं। इसलिए इनका पेट भी चल जा रहा है। लोगों ने कहा कि समय पर वेतन नहीं मिलने से साहूकार भी राशन देने से मना कर देते हैं। बच्...
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