हल्द्वानी, सितम्बर 29 -- हल्द्वानी, मुख्य संवाददाता। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि प्रतिस्पर्धा के इस दौर में एक अंक भी निर्णायक साबित होता है। ऐसे में प्रश्न पत्र का बाहर आना और सोशल मीडिया पर प्रसारित होना पूरी तरह से 'पेपर लीक की श्रेणी में आता है। उन्होंने आरोप लगाया कि नकल विरोधी कानून लागू होने के बावजूद बार-बार ऐसे मामले सामने आना सरकार की निष्पक्षता पर प्रश्नचिह्न है। सोमवार को प्रेस को जारी बयान में आर्य ने कहा कि आरोपियों के आसानी से जमानत पर छूटने से जनता का राज्य की जांच एजेंसियों से भरोसा उठ रहा है। उन्होंने सरकार से 21 सितम्बर की परीक्षा को तत्काल निरस्त कर नई परीक्षा कराने और इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपने की मांग की। आर्य ने कहा कि उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) की 21 सितम्बर को आयोजित भर्ती परीक्...