पटना, मई 29 -- समाज कल्याण विभाग की सचिव वंदना प्रेयषी ने कहा कि परिवारों को मानसिक स्वास्थ्य के शुरुआती लक्षणों की पहचान करने और समय पर सहायता लेने के लिए सशक्त किया जाना चाहिए। मानसिक स्वास्थ्य को एक साझा और बहु-विभागीय दृष्टिकोण से देखा जाना चाहिए। जहां एक ओर समाज कल्याण विभाग अक्सर संकट की स्थिति में हस्तक्षेप करता है, वहीं स्कूल आधारित पहलों के माध्यम से शिक्षा विभाग को मानसिक स्वास्थ्य की रोकथाम में अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए। वंदना प्रेयषी गुरुवार को स्थानीय होटल में बिहार सरकार और यूनिसेफ की ओर से बच्चों और किशोरों के मानसिक स्वास्थ्य और मनो-सामाजिक सहायता (एमएचपीएसएस ) पर आयोजित राज्य स्तरीय परामर्श बैठक को संबोधित कर रही थी। इसमें बच्चों और किशोरों के मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए साझी कार्ययोजना तैयार को लेकर चर्चा हुई...