हरदोई, नवम्बर 13 -- अतरौली। गुरुवार को कृषि विज्ञान केंद्र हरदोई द्वितीय पर किसानों को फसल अवशेष प्रबंधन के प्रति जागरूक किया गया। केन्द्र के अध्यध वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. पंकज नौटियाल ने कहा की खेतों में पराली जलाने से वातावरण प्रदूषित होता है। इसकी खेत में ही जैविक खाद बना दें। इससे प्रदूषण नहीं फैलेगा और फसल की पैदावार बढ़ेगी। मृदा वैज्ञानिक डॉ.टीएन राय ने किसानों को हैप्पी सीडर, सुपर स्ट्रॉ मैनेजमेंट सिस्टम और मल्चर मशीन जैसी तकनीकों से फसल अवशेष प्रबंधन के व्यावहारिक उपाय बताए। शस्य विज्ञान विशेषज्ञ डॉ. त्रिलोकी सिंह ने इन मशीनों के संचालन, गृह विज्ञान विशेषज्ञ डॉ.अंजलि साहू ने बायो-डिकंपोजर तकनीक की जानकारी दी। कृषि प्रसार विशेषज्ञ डॉ.मोहित सिंह ने बताया कि पराली जलाने से मिट्टी के सूक्ष्मजीव नष्ट हो जाते हैं। मत्स्य विज्ञान विशेषज्ञ श्...