हमीरपुर, अक्टूबर 29 -- डेरों में बिटिया का ब्याहने से कतराते मां-बाप 0 सालों से नहीं गूंजी शहनाई, डेरा छोड़कर गांवों से करते शादी-ब्याह 0 बैलगाड़ी और ट्रैक्टर ट्रॉली से ही सफर करना ग्रामीणों की मजबूरी फोटो नंबर 01- भटुरी से परसदवा डेरा की सड़क जलमग्न और दलदली होने की वजह से खेतों की पगडंडी से जाते ग्रामीण। 02- भमंई से छानी गऊघाट जाने वाली सड़क, जिसकी पुलिया ध्वस्त पड़ी है। 03- परसदवा डेरा का वो मार्ग, जो छानी तक जाता है। 04- छानी गऊघाट के आंगनबाड़ी केंद्र में दिन में मिले परिषदीय विद्यालय के बच्चे। हमीरपुर/मौदहा, संवाददाता। बांदा बार्डर में केन नदी से लगे बीहड़ों में बगैर सड़क के आबाद डेरों में जल्दी शादी की शहनाइयां नहीं गूंजती। डेरों की हालत देखकर लड़की वाले जल्दी शादी को राजी नहीं होते। शादी उसी सूरत में होती है जब लड़का कहीं बाहर रहकर काम-धंधा ...
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