रिषिकेष, नवम्बर 5 -- परमार्थ निकेतन ऋषिकेश में बुधवार को श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि ऋषि-मुनियों की पावन भूमि भारत में पर्व केवल उत्सव नहीं, बल्कि जीवन मूल्य और आध्यात्मिक संदेश लेकर आते हैं। कार्तिक पूर्णिमा, देव दीपावली और श्रीगुरु नानक देव का पावन प्रकाश पर्व मानवता को प्रकाश से जोड़ने का संदेश देता है। उन्होंने कहा कि देव दीपावाली, बाहरी दीपों से आगे, भीतरी दिव्यता का प्रकाश है। कार्तिक पूर्णिमा की रात्रि को भगवान शिव ने त्रिपुरासुर पर विजय प्राप्त की और देवताओं ने गंगा तट पर दीप प्रज्ज्वलित कर उस विजय का उत्सव मनाया। देव दीपावाली हमें यह प्रेरणा देती है कि हम अपने अंदर विद्यमान लोभ, क्रोध, घृणा और अज्ञान रूपी अंधकार को दूर कर करुणा, पवित्रता और सेवा का दीप प्रज्ज्वलित करें। प्रभु का प्रकाश तभी बा...