नई दिल्ली, सितम्बर 26 -- अटल बिहारी वाजपेयी,तत्कालीन सांसद 18 मई का दिन हमारे इतिहास में सदैव स्मरण रखा जाएगा। उस दिन भारत ने एक धमाके के साथ अणु युग में प्रवेश किया। हमारे अणु वैज्ञानिक इसके लिए धन्यवाद और प्रशंसा के अधिकारी हैं। जो देश यह समझते हैं कि अणु क्षमता से संपन्न बनने का भारत का सपना उस विमान दुर्घटना में जो एलप्स पर्वत की मालिका में हुई बर्फ में दब गया, जिस दुर्घटना में हमें डॉक्टर भाभा से हाथ धोना पड़ा, आज उन्हें भारत का लोहा मानना पड़ा है। डॉक्टर भाभा की पवित्र स्मृति को श्रद्धांजलि समर्पित करते हैं। उनके काम को वैज्ञानिकों ने आगे बढ़ाया और सरकार ने उन्हें उचित प्रोत्साहन दिया। इसलिए आज हम कुछ महाशक्तियों की अणु क्षमता पर एकाधिकार करने की प्रवृति को तोड़कर एक अणु क्षमता सम्पन्न देश के रूप में विश्व के मानचित्र पर प्रस्तुत हो...