नई दिल्ली, नवम्बर 4 -- मोहन भंडारी,लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के परमाणु परीक्षण संबंधी ताजा दावे शोचनीय तो हैं, मगर आश्चर्यजनक नहीं। उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान, चीन और रूस भूमिगत परमाणु परीक्षण कर रहे हैं। निस्संदेह, ऐसे बयान तर्कों की कसौटी पर कसे जाएंगे, खासतौर से तब, जब अमेरिकी राष्ट्रपति अपने बड़बोलेपन के लिए जाने जाते हों। मगर सच यह भी है कि बीते कुछ वर्षों में वैश्विक परमाणु परिदृश्य बदल गया है। एक वक्त था, जब चीन, अमेरिका सहित कई देश व्यापक परमाणु परीक्षण प्रतिबंध संधि (सीटीबीटी) पर मौखिक समर्थन जता रहे थे, लेकिन आज बीजिंग ने परोक्ष रूप से यही चेतावनी दी है कि यदि ताइवान मसले पर उसे मात मिलती है, तो वह परमाणु विकल्पों के इस्तेमाल से भी गुरेज नहीं करेगा। गौरतलब है, पहले वह भारत की तरह ही परमाणु हथि...