हजारीबाग, मार्च 13 -- हजारीबाग जिला प्रतिनिधि शहर में पंच मंदिर चौक के पास सबसे पहले होलिका जलाई गयी। इसको लेकर गुरुवार को महिलाएं पंच मंदिर चौक पहुंचकर होली का जलने से पहले तैयारी की। साथ ही पूजा अर्चना कर होलिका की प्रतिमा बनाई गई। महिलाओं ने बताया कि होलिका दहन बनाने को लेकर हिरणकश्यप के बहन होलिका के जलने की पौराणिक कथा है। हिरण्यकशिपु का ज्येष्ठ पुत्र प्रह्लाद भगवान विष्णु का परम भक्त था। पिता के लाख कहने के बावजूद प्रह्लाद विष्णु की भक्ति करता रहा। दैत्य पुत्र होने के बावजूद नारद मुनि की शिक्षा के परिणामस्वरूप प्रह्लाद महान नारायण भक्त बना। असुराधिपति हिरण्यकश्यप ने अपने पुत्र को मारने की भी कई बार कोशिश की परन्तु भगवान नारायण स्वयं उसकी रक्षा करते रहे और उसका बाल भी बांका नहीं हुआ। असुर राजा की बहन होलिका को भगवान शंकर से ऐसी चादर ...