प्रयागराज, जून 27 -- प्रयागराज। कविता को वैश्विक पहचान बनाने में सक्रिय योगदान देने वाले पद्मश्री डॉ. सुरेंद्र दुबे के निधन प्रयागराज के कवियों ने शोक व्यक्त किया है। डॉ. श्लेष गौतम ने उन्हें याद करते हुए बताया कि महाकुम्भ के दौरान वे प्रयागराज आएं थे और हम सभी ने संगम में पुण्य की डुबकी लगाई थी। उनके जाने से कवियों की श्रृंखला के एक युग का अंत हो गया है। कवि शैलेंद्र मधुर ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि अपनी विशिष्ट शैली, व्यंग्यपूर्ण अभिव्यक्ति और अद्वितीय हास्य के माध्यम से उन्होंने जनमानस के ह्दय में एक अमिट छाप छोड़ी थी।

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