गोड्डा, मार्च 29 -- पथरगामा, संवाद सूत्र। पथरगामा में राम लीला का मंचन किया जा रहा है। राम लीला मंचन के तीसरे दिन सीता हरण का प्रसंग दिखाया गया। दिखाया गया कि सीता के कहने पर वन में स्वर्ण हिरन के पीछे श्री राम हिरन को पकड़ने के लिए हिरन के पीछे जाते।वहीं मायावी हिरण के पीछे जाने के बाद श्री राम के संकट में होने की आवाज पर माता सीता भाई लक्षमण को भाई श्री राम के खोज में भेजती है। लेकिन लक्षमण कुटिया के आगे लक्षमण रेखा खींच कर कहते है कि कुछ भी हो जाय इस लक्षमण रेखा के पार नहीं जाना है।इधर रावण सीता का हरण करने के लिए साधु का वेश धारण कर भिक्षा मांगने सीता के कुटिया के पास आता है। जब रावण को एहसास होता है कि कुटिया के पास लक्षमण रेखा खींचा गया है तो भिक्षा के लिए सीता को लक्षमण रेखा के पार आकर भिक्षा देने को कहता है। माता सीता साधु को जैसे ...