वाराणसी, फरवरी 26 -- वाराणसी, मुख्य संवाददाता। अंतरराष्ट्रीय ध्रुपद मेला की चौथी निशा में यूं तो कुल दस प्रस्तुतियां हुईं। सभी कलाकारों ने श्रोताओं को सुखद अनुभूतियां दीं। वहीं पखावज और सुरबहार ने श्रोताओं पर अपार आनंद की वर्षा की। प्रथम कार्यक्रम दरभंगा घराना के पं राजकुमार झा के स्वतंत्रत पखावज वादन का रहा। उन्होंने आरम्भ चौताल में किया। शूल ताल में निबद्ध विविध लयकारियों से चमत्कृत कर दिया। उनके साथ सारंगी पर दिल्ली की गौरी बनर्जी ने यादगार संगत की। द्वितीय प्रस्तुति ग्रीस के कलाकार नेकटारियो ने सुरबहार वादन से आनंद रस की वर्षा की। नेकटारियो ने राग चंद्रकौंस में आलाप के दौरान अपनी संगीत साधना की बानगी पेश की। विशुद्ध शास्त्रीय वाद्य पर सधे विदेशी हाथों का जादू श्रोताओं के सिर चढ़कर बोला। उन्होंने वादन का समापन चौताल में निबद्ध रचना से ...