बागपत, जनवरी 30 -- जिवाना गुलियांन के नीलकंठ आश्रम में बुधवार को महागुरुदेव अवतरण महोत्सव प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में पंच दिवसीय सामवेद परायण महायज्ञ का शुभारंभ पीठाधीश सिद्धगुरु महाराज ने धर्म ध्वजा का आरोहण कर किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यज्ञ समस्त कर्मो का स्वरूप हैं। जो मनुष्य के मन और अंतर आत्मा को धर्म से जोड़ता हैं। मानव जीवन में सुख और दुख दोनों हैं। इंसान को दुख में कभी भी टूटना नही चाहिये, निरंतर परमात्मा की भक्ति करनी चाहिये उससे सुख शांति अवश्य मिलेगी। आचार्य अमित शास्त्री, अंकित शास्त्री ने सस्वर वेदमंत्रों का उच्चारण कर ईश भक्ति से ओतप्रोत समधुर भजन प्रस्तुत किये। यज्ञमान कपिल त्यागी सपत्नीक रहे। यज्ञ में परमवीर सिंह, सोहनदेव , अशोक सोलंकी, राजकुमार, ओमप्रकाश, प्रदीप चौधरी, पंकज , विनोद, कप्तान नरेंद्र सिंह, सतेंद्र राणा...