नई दिल्ली, मार्च 18 -- विवेक काटजू, पूर्व राजनयिक उभर रही नई विश्व व्यवस्था में भारत और न्यूजीलैंड का एक-दूसरे के करीब आना खासा उल्लेखनीय है। सोमवार को नई दिल्ली में दोनों देशों के शासनाध्यक्षों की मुलाकात और रक्षा, खाद्य-प्रसंस्करण, दवा, अक्षय ऊर्जा और महत्वपूर्ण खनिजों में सहयोग बढ़ाने के समझौते संकेत हैं कि दोनों मुल्क विभिन्न अहम क्षेत्रों में संबंधों को नई ऊंचाई देने को उत्सुक हैं। यह अनायास नहीं है। न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन 20 मार्च तक भारत में हैं और उनका यह दौरा कितना अहम है, यह इसी से पता चलता है कि नई दिल्ली व वेलिंगटन के बीच संबंध भले सदैव सौहार्दपूर्ण रहे हैं, लेकिन उनमें विशेष घनिष्ठता कभी नहीं रही। शीत युद्ध के दौरान भी जहां न्यूजीलैंड अमेरिकी खेमे का हिस्सा था, भारत गुट-निरपेक्षता की राह चल रहा था। न्यूजील...