लखनऊ, मई 20 -- लखनऊ। वरिष्ठ संवाददाता केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और स्वतंत्र फेडरेशन की ओर से श्रमिकों और कर्मचारियों के लंबित मांगों का ज्ञापन मंगलवार को उप श्रमायुक्त के जरिए प्रधानमंत्री को भेजा गया। मांग पत्र में पुरानी पेंशन बहाली को पुरजोर तरीके से उठाया गया और चार श्रम कानूनों को निरस्त करने की मांग दोहराई गई। मांगे पूरी नहीं होने की दशा में आगामी 9 जुलाई को मजदूर कर्मचारी राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल की चेतावनी दी है। अखिल भारतीय आह्वान पर पूर्व प्रस्तावित राष्ट्रीय आम हड़ताल 20 मई को होना तय था। इसके पहले पहलगाम में आंतकी हमला और देश की सीमा पर युद्ध जैसी स्थिति पैदा होने पर विरोध दिवस स्थगित कर दिया गया था। एटक के रामेश्वर यादव ने बताया कि केंद्रीय ट्रेड यूनियनें और स्वतंत्र फेडरेशन श्रमिकों और कर्मचारियों के हितों के लिए संघर्षरत हैं। ...