गंगापार, मई 22 -- क्षेत्र के खानपुर डांडी गांव में इफको द्वारा किसान चौपाल का आयोजन किया गया। जिसको संबोधित करते हुए वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक संजय कुदेशिया ने कहा कि ये उर्वरक पारंपरिक उर्वरकों की तुलना में अधिक प्रभावी, पर्यावरण के अनुकूल और किफायती हैं। पीआरओ स्वयम प्रकाश ने कहा कि नैनो यूरिया प्लस सीधे पत्तियों द्वारा अवशोषित होकर फसल को तेज़ी से आवश्यक पोषण देता है, जबकि नैनो डीएपी फसल की शुरुआती बढ़वार में अत्यंत सहायक सिद्ध होता है। वरिष्ठ प्रबंधक प्रशिक्षण अनुराग तिवारी ने कहा कि नैनो उर्वरकों का उपयोग मिट्टी की गुणवत्ता को बनाए रखते हुए उत्पादन में बढ़ोतरी लाने में सहायक है। कॉडेट के प्राचार्य डॉ हरिश्चंद्र ने नैनो उर्वरकों के प्रयोग की विधि, उचित मात्रा और सावधानियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। मौके पर बीडी सिंह, रणजीत सिंह...