प्रयागराज, नवम्बर 12 -- नैनी में एक युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी। उसने आत्मघाती कदम क्यों उठाया यह स्पष्ट नहीं हो पाया। पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। परिजन भी कुछ नहीं बता सके। युवक अपने माता-पिता का इकलौता सहारा था। ददरी तालुका नैनी निवासी सत्य नारायण पटेल और उनकी पत्नी सुनीता मजदूरी करते हैं। दो बेटे थे। बड़े बेटे की पहले ही ट्रेन हादसे में मौत हो चुकी है। मंगलवार को छोटे बेटे 22 वर्षीय राजवीर पटेल ने घर में ही फांसी लगाकर जान दे दी। घटना के वक्त राजवीर की बहन तराना घर में थी, लेकिन उसे भनक तक नहीं लगी। रात में करीब साढ़े आठ बजे वह भोजन लेकर राजवीर के कमरे में गई तो फंदे पर लटका देखा। चीख-पुकार सुनकर माता-पिता और पड़ोसी पहुंचे। जानकारी पर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पिता सत्य नारायण ने बताया कि राजवीर ई-रिक्...