रांची, सितम्बर 6 -- रांची, सवाददाता । 40वें राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा पर शनिवार को सदर अस्पताल से नेत्रदान जागरुकता रैली निकाली गई। उद्देश्य लोगों को नेत्रदान के महत्व से अवगत कराना और मृत्यु के बाद आंख दान करने के लिए प्रेरित करना था। मौके पर सिविल सर्जन डॉ प्रभात कुमार ने कहा कि आंख हमारे जीवन का सबसे कीमती हिस्सा है। जिन लोगों की रोशनी चली जाती है, उनके लिए नेत्रदान किसी वरदान से कम नहीं है। समाज के हर व्यक्ति को इस पुण्य कार्य में आगे आना चाहिए ताकि अंधेपन से जूझ रहे लोगों की जिंदगी बदल सके। डॉ प्रभात कुमार ने बताया कि मृत्यु के 6 घंटे के भीतर कोई भी व्यक्ति आंख दान कर सकता है। इसमें उम्र और लिंग की कोई बाधा नहीं होती। नेत्रदान से दृष्टिहीन लोगों को देखने की क्षमता मिलती है और उनका जीवन आसान हो जाता है। रैली में डीपीएम प्रवीण सिंह, अ...