प्रयागराज, मार्च 9 -- प्रयागराज, संवाददाता। रमजान के महीने में जन्नत के दरवाजे खोल दिए जाते हैं और दोजख़ के दरवाजे बंद कर दिए जाते हैं। इसी महीने में अल्लाह ने पवित्र कुरान को नाजिल किया है। इसी किताब में अल्लाह ने जिन्दगी गुजर-बसर करने के तरीके बताए हैं। इसीलिए इस महीने में कुरान की तिलावत का खास महत्व है। यह बातें शनिवार की देर रात हरवारा की लोहा शाह मजिस्द में कुरान के मुकम्मल होने पर मौलाना इकरामुल हक अजहरी ने अपने तकरीर में कहीं। तरावीह की नमाज के दौरान आठ दिन में हाफिज मोहम्मद अकरम ने कुरान मुकम्मल किया। अपनी तकरीर में मौलाना अख्तर रजा ने कहा कि जो लोग आर्थिक रूप से संपन्न हैं, उनके लिए रमजान के महीने में फितरा देना ज़रूरी है। रमजान के महीने में ही जकात निकाली जाती है। इस दौरान सुरैया नाज, मोहम्मद अयान, हाफिज रिजवान, मौलाना शिबली, हा...