जमशेदपुर, अक्टूबर 31 -- मौजूदा समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का महत्व लगातार बढ़ रहा है। एआई के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए स्कूली छात्रों को एआई एजुकेशन उपलब्ध कराने की पहल शुरू की गई है। इस उद्देश्य के साथ राष्ट्रीय स्तर पर सोअर यानी स्किलिंग फॉर एआई रेडीनेस प्रोग्राम पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर स्कूलों में शुरू किया गया है। इसके माध्यम से कक्षा 6 से 12वीं तक के छात्रों को एआई की शिक्षा उपलब्ध कराई जा रही है। इसमें शिक्षकों का प्रशिक्षित न होना बड़ी बाधा बन रही थी, लेकिन अब इसके लिए स्कूलों में पहली बार अलग से एआई शिक्षकों की नियुक्ति की जा रही है। इससे पहले अबतक किसी स्कूल में एआई शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की गई थी। जमशेदपुर के सीआईएससीई स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। लोयोला स्कूल बिष्टूपुर ने तो बाक...