फतेहपुर, मार्च 4 -- फतेहपुर, संवाददाता निजीकरण को लेकर लगातार 96 दिन से बिजली कर्मचारियों द्वारा विरोध प्रदर्शन कर आवाज बुलंद की जा रही हैं। सोमवार को एसई कार्यालय में किए जाने वाले प्रदर्शन में कर्मचारियों ने सीएम से इस मामले में हस्तक्षेप कर निजीकरण को रुकवाए जाने की अपील की है। धीरेंद्र सिंह यादव ने कहा कि ट्रांजेक्शन कंसलटेंट नियुक्त करने की प्रक्रिया में कॉ्फ्लिलक्ट ऑफ इंटरेस्ट का प्राविधान आरएफपी डाक्यूमेंट में पहले रखा गया था। लेकिन जनवरी में इसे अचानक हटा दिया गया, इससे ट्रांजेक्शन कंसलटेंट की नियुक्ति में भी भ्रष्टाचार की आशंकाओं को भी बल मिल रहा है। जयसिंह ने कहा कि इस प्राविधान को हटाकर किए जा रहे निजीकरण में भारी घोटाला होने वाला है। सुरेश मौर्या ने कहा कि पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम एवं दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम की 42 जन...