लखनऊ, मई 20 -- निगोहां में 22 वर्ष पहले लापता हुआ एक बेटा रविवार को अपने मां-बाप के पास लौट आया। पुराने घर को खंडहर देख रोने लगा। ग्रामीण इकट्ठा हो गए। पहले उसे किसी ने नहीं पहचाना। जब उसने बचपन की बातें बताईं तो हर किसी की आंखें नम हो गईं। ग्रामीण उसके डीएनए जांच की मांग कर रहे हैं। वहीं माता-पिता का कहना है कि यह मेरा ही बेटा है। मुझे कोई टेस्ट नहीं कराना। राजगीर मिस्त्री रामेश्वर उर्फ टिन्ना पत्नी चंद्रकली और बच्चों के साथ गांव में रहते थे। मंझला बेटा सोनू वर्ष 2002 में 12 वर्ष की उम्र में चाचा के साथ दिल्ली गया था। वहां से वह रहस्यमय ढंग से लापता हो गया। परिवार ने दिल्ली में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, लेकिन कुछ पता नहीं मिला। उसके गम में रामेश्वर लकवे का शिकार हो गए। मां-बाप ने उसकी वापसी की उम्मीद छोड़ दी थी। अचानक सोनू गांव पहुं...