रायबरेली, अक्टूबर 5 -- तिलोई। सेमरौता कस्बे में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के दौरान स्वामी हरिनारायणाचार्य ने कहा कि नाम का हमारे जीवन में अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। धर्मशास्त्रों में नामकरण संस्कार को विद्वानों द्वारा करवाने की परंपरा इसलिए बताई गई थी कि नाम व्यक्ति के जीवन, संस्कार और कुल की पहचान का द्योतक होता है। इस मौके पर धीरज श्रीवास्तव, ओपी श्रीवास्तव, लाल आस, किरन प्रताप सिंह आदि रहे।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित...