हरिद्वार, नवम्बर 27 -- पतंजलि विश्वविद्यालय के मानविकी एवं प्राच्य विद्या संकाय के अंतर्गत प्रदर्शन कला विभाग में नादयात्रा-अनाहत से आहत की ओर विषय पर एक दिवसीय व्याख्यान का आयोजन किया गया। संकायाध्यक्ष प्रो. साध्वी देवप्रिया के मार्गदर्शन में आयोजित यह श्रृंखला विद्यार्थियों के लिए अत्यंत प्रेरणादायक और ज्ञानवर्धक रही। प्रथम वक्ता डॉ. सरिता पाठक ने नाट्यशास्त्र में वर्णित जातियों, अभिनय, वाद्य-तत्वों, गायन-शैलियों और राग भैरव में आहत नाद की एक बंदिश प्रस्तुत की। दूसरे वक्ता डॉ. अनया थत्ते ने फाउंडेशन ऑफ म्यूजिक रिसर्च फॉर बिगिनर्स विषय के अंतर्गत संगीत अनुसंधान की मूल रूपरेखा, प्राथमिक-द्वितीयक स्रोतों और शोध प्रक्रिया पर प्रकाश डाला। तीसरी वक्ता डॉ. ज्योति सिंह ने भारतीय संगीत शास्त्र एवं वैश्विक संगीत परंपराएं-परिवर्तन एवं तकनीक विषय प...