रुडकी, फरवरी 14 -- रुड़की, संवाददाता। संस्कार भारती की ओर से शुक्रवार को नाट्यशास्त्र के रचियता भरत मुनि की स्मृति में कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें याद किया। इस दौरान कलाकारों ने नाटक और रंगमंच की प्रस्तुति देकर इन दोनों का मानव जीवन में महत्व को भी समझाया। कार्यक्रम में नाट्यशास्त्र पर संवाद कार्यक्रम आयोजित कर भरत मुनि को श्रद्धांजलि दी गई। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए डॉ राजकुमार उपाध्याय और नरेंद्र आहूजा ने नाट्यशास्त्र की प्रस्तुति दी। इस प्रस्तुति में उन्होंने नाट्यशास्त्र क्या है, इसकी आवश्यकता क्यों हुई, वेदों में इसका क्या स्थान है, नाट्य में कौन-कौन से तत्व होते हैं, नाट्य का हमारे जीवन में क्या महत्व है, नाट्य व कर्म में क्या अंतर है इस तरह के अनेक प्रश्नों पर चर्चा की। इसी बीच रंगकर्मी की भूमिका निभाते हुए नरेंद्र से विवेकानंद का...
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