अमरोहा, जुलाई 30 -- मंगलवार को नाग पंचमी पर भक्तों ने शिवालयों में जलाभिषेक किया गया। नाग देवता के साथ ही भगवान शिव व माता पार्वती की आराधना की गई। झारखंड महादेव शिवाला मंदिर के पुजारी सतवीर गिरि ने बताया कि मान्यता है कि नाग पंचमी के दिन नागों की पूजा करने से कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है और जीवन में शांति, रक्षा एवं समृद्धि आती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने कालिया नाग का दमन किया था। उधर, ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं ने खेतों के किनारे या घर के दरवाजे पर नाग की आकृति बनाकर पूजा की। दूध, धान का लावा, दूब, चंदन व पुष्प आदि अर्पित किए। नाग पंचमी की कथा का पाठ किया, आरती के बाद भोग लगाकर क्षमा मांगी।

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