नई दिल्ली, मार्च 18 -- नागपुर में जिस तरह का सांप्रदायिक तनाव पैदा हुआ है, वह भावनात्मक मुद्दों को जरूरत से ज्यादा तूल देने के खतरों को बताता है। यह ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण इसलिए है कि जिस मुद्दे को लेकर एक शांतिपूर्ण शहर में हिंसा भड़काई गई है, वह कोई समकालीन या तात्कालिक महत्व का मुद्दा नहीं है। मुगल सम्राट औरंगजेब को मरे हुए तीन सौ साल से भी ज्यादा हो चुके हैं। हमारे वर्तमान सामाजिक जीवन में उनकी कोई प्रासंगिकता नहीं है, पर अजीब बात है कि इसे लेकर भावनात्मक उबाल है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का अपना शहर नागपुर है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का मुख्यालय भी यहीं है, पर यहां सांप्रदायिक तनाव का कोई इतिहास नहीं है। जिस कब्र को लेकर विवाद है, वह नागपुर में नहीं है, औरंगाबाद या संभाजी नगर के करीब ऐतिहासिक कस्बे खुल्दाबाद में एक प्र...